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Monday, 18 March 2013





योगेश्वर ने है दिया शोक निवारक योग .
सृष्टि के है मूल में आधेय- आधार .
प्रकृति के पीछे पुरुष. पुरुष -प्रकृति आधार
फल आधारित पुष्प पर, पल्लव पुष्प आधार .
पल्लव आश्रित शाख पर,तना शाख आधार.
मूल  आधार स्कंध की,बीज वृक्ष आधार .
बीज आधारित भूमि पर . भूमि परिक्रमा बाध्य .
करती पथ पर ही गमन ,सूर्य देव आराध्य .
ढूध-धवलता पृथक, अग्नि से ताप
जल -रस;प्रकृति -गंधमय,वायु सहित है भाप.
राधा -माधव एक हैं एक तत्व दो नाम .
शासक शासिता प्रेम बहे निष्काम .
आत्मा शाश्वत तत्व है ,रूप व्यक्त आधार.
नारी -नर दो बिम्ब हैं दोनों सृजन आधार .20.6.10

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